यूपी-बिहार व नौकरी वाले बयान से कमलनाथ आए लपेटे में

सीएम पद संभालने के बाद आया था बयान "एमपी में 70% रोजगार लोकल हो" , 10 दिनों में कर्ज माफ़ी का वादा 1 घंटे में किया पूरा

भोपाल (एमपी) : एक कहावत कही जाती है कि वक्त बदलते वक्त नहीं लगता और साथ ही इंसान के तेवर भी बदल जाते हैं | एमपी के अब नए मुखिया का राजतिलक हो चुका है और कुर्सी मिलते ही “नायक” स्टाइल में फैंसले लेना चालू कर दिया है |

कमलनाथ की ओपनिंग में आया विवादित बयान का यार्कर : 

भोपाल के जंबूरी मैदान में एमपी के नए सीएम के रूप में कमलनाथ का राजतिलक हुआ, आते ही अपना सबसे बड़ा वादा यानी 10 दिनों में किसानों के कर्ज माफ़ी का, महज 1 घंटे में पूरा किया | लेकिन इसके बाद उन्होंने एक ऐसा बयान दे दिया जिसके बाद सियासी मैदान में आग भड़क गयी | विरोधी भाजपा से लेकर कई लोगों नें नेता जी को लपेटे में लेना शुरू क र दिया |

दरअसल कमलनाथ नें रोजगार की समस्या को लेकर कहा था कि ” एमपी में 70% रोजगार लोकल हो क्योंकि यहाँ बहुत सारे उद्योग लग जाते हैं जिनमें अन्य राज्यों से लोग आ जाते हैं ” |

आगे इसमें जोड़ते हुए कहा कि ” मैं यूपी बिहार के लोगों की आलोचना नहीं करना चाहता है लेकिन हमारे एमपी के लोग बेरोजगार रह जाते हैं ” |

“कांग्रेस नें सत्ता संभालते ही क्षेत्रवाद का बीज बोना शुरू कर दिया है : भाजपा नेता 

कमलनाथ के इस बयान को विपक्षी दलों नें आड़ों हाँथ लेना शुरू कर दिया | बिहार बीजेपी अध्यक्ष नित्यानंद कहते हैं ” बिहार के लोगों पर कमलनाथ का बयान घोर निंदनीय है सत्ता में आए 2 दिन भी नहीं हुए और कांग्रेस का अहंकार नजर आने लगा है ” |

जदयू नेता कहते हैं ” कमलनाथ का यह बयान संविधान की अवहेलना है ” | वहीं यूपी वाले अखिलेश भईया कहते हैं ” यह गलत है यही चीज आप महाराष्ट्र व दिल्ली से सुनते हैं, अब एमपी से कि उत्तर भारतीय यहाँ क्यों आए हैं ? यहाँ की नौकरियां क्यों ले रहे हैं ? ”

बांकी की खिंचाई का बचा कुचा काम सोशल मीडिया पूरा कर रहा है जहां लोग या पार्टी भक्त अपना-अपना ज्ञान बाँट रहे हैं कि फलाना गलत है ढिमका सही है |