जयपुर : विश्वविद्यालय चुनावों में रवींद्र सिंह भाटी नें 57 साल बाद निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में जीत दर्ज की है ।
बुधवार को हुए राजस्थान विश्वविद्यालयों के चुनाव में इस बार कई उतार चढ़ाव देखने को मिले हैं वहीं जोधपुर यूनिवर्सिटी नें इतिहास रचा है ।
जोधपुर स्थित जयनारायण व्यास यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष पद पर 57 साल बाद निर्दलीय अध्यक्ष उम्मीदवार मिला है ।
राजस्थान के पश्चिमी इलाक़े मारवाड़ के एक गाँव से निकलकर छात्र राजनीति में रवींद्र सिंह भाटी नें सबको अपना लोहा मनवाया है ।
जोधपुर यूनिवर्सिटी से BA(LLB) की पढ़ाई करके MA कर रहे छात्र रवींद्र ABVP में राजनीतिक सेवा दे रहे थे ।
सीट बंटवारे को लेकर संगठन में उनको तबज्जो नहीं दी गई तो उन्होंने अपने दोस्तों और समर्थकों के कहने पर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में पर्चा भरा ।
बुधवार को आए नतीज़े में रवींद्र नें अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी NSUI के उम्मीदवार को 1294 के भारी मतों के अंतर से शिकस्त दी ।
Rajasthan students’ union election results: Independent Ravindra Singh Bhati creates history, elected president in Jai Naryan Vyas University.#RajasthanUniversityhttps://t.co/oEUVmu8cQD
— News Nation (@NewsNationTV) August 28, 2019
आपको बता दें कि राजपुताना परिवार से ताल्लुकात रखने वाले रवींद्र नें टिकट काटे जाने पर चुनौती देते हुए कहा था कि “मैं राजपूत हूँ किसी का गुलाम नहीं, मैं जीत के दिखाऊंगा ।”
और बुधवार को उन्होंने अपना वादा ऐतिहासिक जीत के साथ अध्यक्ष बनके पूरा किया और विजयी भाषण में कहा कि कॉलेज कैंपस में सबसे पहले जातिवाद मिटाने का काम करूंगा और कॉलेज की सभी बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराई जाएगी । इसके अलावा जल्द ही यूनिवर्सिटी को सरप्राइज देने की बात भी कही है ।
जीत के बाद अपने घर में रवींद्र नें दादी से आशीर्वाद लिया जहां बधाई देने वालों का तांता लगा रहा वहीं सोशल मीडिया पर भी रवींद्र खूब सुर्खियां बटोर रहे हैं ।