नईदिल्ली : राज्यसभा में पहली बार जनरल की उम्र को SC/ST/OBC वर्गों के अभ्यर्थियों के जैसी ही करने की माँग गूँजी |
पिछले दिनों देश की संसद में एक अलग ही मुद्दा उठाया गया जोकि सभी की समानता की बात करता है | दरअसल बिहार JDU संसदीय दल के नेता व राज्यसभा सांसद श्री राम चंद्र प्रसाद सिंह नें प्रतियोगी परीक्षाओं में सभी वर्गों के लिए एक समान उम्र सीमा करने की मांग उठाई |
श्री सिंह नें मोदी सरकार के आर्थिक आरक्षण का समर्थन करते हुए कहा कि “मोदी सरकार ने जो 10% आर्थिक आरक्षण सामान्य वर्ग के गरीब लोगों को दिया है मैं उसके लिए आपको धन्यवाद देना चाहता हूं |
SC/ST/OBC और EWS को आरक्षण तो है लेकिन जो परीक्षाएं होती हैं उसमें जो सभी वर्गों के लिए अलग-अलग उम्र सीमा है वह समाप्त कर दी जाए | आज की तारीख में जो आरक्षण है वह एससी-एसटी के लिए भी है ओबीसी के लिए भी है और गरीब सामान्य वर्ग के गरीबों के लिए भी है आज जितनी भी परीक्षाएं होती हैं उसमें उनको जो मौके दिए जाते हैं |”
इसके आगे उन्होंने कहा कि “जो 32 साल जनरल की उम्र है और ओबीसी को 5 साल अधिक और SC/ST को इसमें कोई सीमा नहीं होती है | मेरा अनुरोध होगा कि बच्चों में जो आरक्षण है सबको दिया गया है तो जो है सीमा है इसको समाप्त कर दिया जाए |
“इसका लाभ यह है कि आज जब यूपीएससी की परीक्षा है 21 साल से 32 साल तक रखते हैं, 40 साल तक भी ले जाते हैं, इसे खत्म कर दी जाए | और कंबाइंड रखिए जो भी 20 से 40 तक रखना होता ताकि किसी भी बच्चे के मन में इस प्रकार का तनाव नहीं होगा, उनको फीलिंग नहीं आएगी क्योंकि मैं इस समाज में हूं इसलिए मुझे इतनी उम्र तक परीक्षा देना है |”
“यदि हमारे ओबीसी/एससी/एसटी बच्चे 40 साल में सेवा में आ रहे हैं जो नॉन क्रीमी लेयर में है, जो सामान्य वर्ग में है उनको भी कम से कम उम्र का लाभ मिलना चाहिए ताकि बच्चों में एक डर होता है वह समाप्त हो जाए |”
इसके बाद उन्होंने सरकार को ये भी बताया कि “इस काम को करने में सरकार को कोई भी खर्च नहीं करना पड़ेगा |”
श्री रामचंद्र प्रसाद सिंह का राज्यसभा में दिया गया पूरा भाषण आप इस वीडियो में सुन भी सकते हैं |