70 सालों के आरक्षण से भी दलितों की हालत न सुधरी तो और क्या करें: JDU नेता, अजय आलोक

पटना (बिहार) : JDU नेता नें कहा कि आरक्षण पर बहस होनी चाहिए आखिर सभी दलितों को फ़ायदा क्यों नहीं मिला ?
देश में आरक्षण को लेकर बहसों का दौर जारी है क्रिया प्रतिक्रिया में कई बातें निकलकर आ रही हैं ।
ऐसे में जहां मोहन भागवत के आरक्षण वाले बयान से सियासी गोलगप्पा खाना चाहता है वहीं पक्ष भी इसमें साइलेंट मोड में है ।
अब JDU नेता डॉक्टर अजय आलोक जोकि TV में पार्टी प्रवक्ता के तौर पर आते रहे लेकिन पिछले दिनों उन्होंने उस पद को छोड़ दिया था, उन्होंने आरक्षण पर बड़ा बयान दिया है ।

आरक्षण पे खुली बहस को समर्थन करते हुए कहा कि “आरक्षण पे खुली चर्चा हो , पक्ष में या विपक्ष में लेकिन चर्चा हो “ ये कहकर RSS प्रमुख ने कोई अपराध नहीं किया हैं ।”

इसके बाद उन्होंने वर्तमान में पिछड़े-दलितों की स्थिति के कारणों पर सवाल उठाते हुए पूछा कि “आज 70 वर्षों के बाद दलितों की दशा में सुधार नहीं हुआ तो ये जानना ज़रूरी हैं की आरक्षण का लाभ सभी दलितों को क्यों नहीं ?”

इसके आगे उन्होंने आरक्षण के अलावा ऐसी कोई व्यवस्था हो जो उनको विकास दिला सके, पूछा कि “और क्या कर सकते हैं जिससे व्यापक लाभ मिले ?”

इसके बाद उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि “आरक्षण पे चर्चा मतलब आरक्षण का ख़ात्मा नहीं , EWS में 10% आरक्षण मोदी जी ने ही दिया था और मोहन भागवत जी ने ख़ुशी ज़ाहिर की थी । व्यर्थ की राजनीति से अब कोई लाभ नहीं होगा अखिलेश यादव, राहुल गांधी व मायावती !”