ISIS आतंकी की पत्नी का बयान ‘क़ुरआन देती है गुलामों के साथ रेप करने की इजाजत’

उसने कहा कि "मुस्लिम धर्म में सबसे पवित्र कुरआन को माना जाता है और कुरआन में गुलामों को वस्तु के रूप में परिभाषित किया गया है"।

नई दिल्ली/सीरिया :- आतंकी संगठन ISIS के एक आतंकवादी की पत्नी ने गुलामों के साथ रेप करने को जायज बताया है और उसने इसके लिए कुरआन का भी सहारा लिया है। आतंकवादी की पत्नी का कहना है कि “कुरआन में गुलामों को जायदाद बताया गया है और इसके कारण यजीदी महिलाओं के साथ रेप किया जा सकता है “।

लेकिन हम आपको बता दे कि उस महिला ने यह भी कहा कि उसने यह बात खुद से कभी कुरआन में नहीं पढ़ी है और वह इस्लामिक कुरआन के बारे में ज्यादा कुछ नहीं जानती है।

डेली मेल में प्रकाशित एक रिपोर्ट जिसमें उसने यह दावा किया है कि उस महिला ने यह सब उससे फ़ोन के कैमरे पर बताया है और महिला ने कहा है कि मेरे अनुसार यजीदी महिलाओं के साथ रेप करने की इजाजत खुद क़ुरआन देती है।

इसी के साथ हम आपको यह बता दे कि इस्लाम धर्म की पवित्र किताब कुरआन की सुरा 24 के 33वें संस्करण में यह साफ़ लिखा है कि आप गुलाम लड़कियों को इसके लिए मजबूर न करे जिससे आप आंनद प्राप्त करना चाहते हैं।

हालाँकि कुछ कट्टरपंथी अपने अनुसार इनका अनुवाद करते हैं।