बैतूल (MP) : जातिगत आरक्षण के विरोधी दलित युवक ने अपना जाति प्रमाण पत्र छोड़ने का फैसला लिया है।
पिछले कुछ दिनों में जाातिगत आरक्षण को लेकर खुद दलित समाज में इसके विरोध उठने शुरू हुुुए हैं। इसी कड़ी में मध्यप्रदेश से मातंग दलित समुदाय से आने वाले सुनील लोखंडे नें भी जातिगत प्रमाण पत्र त्यागने का निर्णय लिया है। इसके लिए उन्होंने भारत के महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भी आग्रह किया है।
35 वर्ष के सुनील के बारे में बताएं तो वो MP के बैतूल जिले के भैंसदेही के रहने वाले हैं। उन्होंने हाल में MP के शिवपुरी जिले की घटना जिसमें दलित युवक द्वारा विकास शर्मा नामक युवा को उनकी पूजा अर्चना में दखलंदाजी करके उन्हें आत्महत्या करने पर मजबूर कर दिया था, उससे परेशान होकर मातंग जाति प्रमाण पत्र छोड़ दिया है।
सुनील नें कांग्रेस पर भी आरोप लगाया है कि “कांग्रेस सरकार द्वारा राजनीतिक लाभ के लिए अनुसूचित जाति वर्ग में अराजक जातियों का समावेश मेरे वर्ग व जाति की विश्वसनीयता आत्मनिर्भरता पर कुठाराघात करता है।”
महामहिम जी @rashtrapatibhvn शिवपुरी मप्र की घटना से व्यथित होकर मैं सुनील मातंग अपना जाति प्रमाण पत्र त्याग करना चाहता हूं कांग्रेस सरकार द्वारा राजनीतिक लाभ के लिए अनुसूचित जाति वर्ग में अराजक जातियों का समावेश मेरे वर्ग व जाति की विश्वसनीयता आत्मनिर्भरता पर कुठाराघात करता है pic.twitter.com/e6AoziUBG4
— Sunil Lokhande (@bhainsdehi) May 16, 2020
सुनील सोशल मीडिया पर जातिगत आरक्षण के खिलाफ़ काफी मुखर विरोधी रहे हैं वो मानते हैं कि इससे हिंदुओं में फूट डालने की साजिश है।
【नोट : ये मीडिया हाउस दिल्ली विश्वविद्यालय के मीडिया छात्रों द्वारा चलाया जा रहा है】