काठमांडू (नेपाल) : पूर्व नेपाली डिप्टी PM बोले सनातन धर्म के सभी लोगों को एकजुट होना चाहिए।
भारत के सबसे करीबी पड़ोसी नेपाल के राजनीतिक प्रमुख नें सनातन धर्म को लेकर बड़ी बातें कही है। ये राजनेता हैं नेपाल के पूर्व उप प्रधानमंत्री कमल थापा।
कमल थापा के बारे में आपको बता दें कि वो नेपाल के उप प्रधानमंत्री के अलावा, गृहमंत्री, संघीय मामलों व ग्रामीण विकास जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालयों को संभाल चुके हैं। वर्तमान में वो नेपाल की पार्टी राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी के अध्यक्ष के रूप में कार्य कर रहे हैं।
कमल थापा नें एक बयान में सनातन धर्म के विरोधियों वामपंथी, मार्क्सवादी व पश्चिमी विचारकों पर निशाना साधते हुए कहा कि “यहाँ नेपाल, एक ऐसे देश में, जहां 94% आबादी सनातन धर्म का पालन करती है, वो जब सांस्कृतिक पहचान की बात करती है तो इसे सांप्रदायिक व विकास में बाधा उत्पन्न करने वाले के रूप में दोषी ठहराया जाता है। यह मार्क्सवादी, पश्चिमी, गैर सरकारी संगठनों द्वारा की गई एक बौद्धिक क्षति है।”
आगे कमल थापा नें पूरे विश्व के हिंदू समुदाय की एकता का आव्हान करते हुए कहा “सनातन धर्म के सबसे पुराने दर्शन को संरक्षित करने के लिए सभी हिंदुओं को एकजुट होने दें।”
Same here in Nepal.
In a country where 94pc of population adhere to Santaan Dharma,asking for cultural identity is blamed as communal n regressive.
It’s an intellectual sabotage by Marxist,Western NGOs.
Let’s all Hindus unite to preserve the oldest philosophy of Sanatan Dharma https://t.co/17BZrjLjjT— Kamal Thapa (@KTnepal) March 16, 2020