“अगले जनम में भारत को जिताने के लिए फिर खेलूंगा” : गंभीर का सन्यास

क्रिकेटर गौतम गंभीर नें भारी मन के साथ क्रिकेट को कहा अलविदा, कहा : सन्यास की घोषणा करता हूं जिसके लिए मैंने पूरी जिंदगी को डराया

नईदिल्ली : भारत के लिए 2 विश्वकप जिताने वाले क्रिकेटर गौतम गंभीर नें क्रिकेट को भारी मन से आज अलविदा कह दिया है | उन्होंने यह जानकारी अपने अधिकारिक फेसबुक प्रोफाइल से दी है जिसमें उन्होंने उन सभी लोगों का आभार व्यक्त किया जिनकी बदौलत आज वो इस मुकाम तक पहुंच पाए |

कोई था जो मेरी स्क्रिप्ट लिख रहा था पर अब उसकी स्याही खत्म : गंभीर 

गंभीर नें क्रिकेट जीवन को अलविदा कहने से पहले सभी को संदेश दिया अपनी कुछ पुरानी यादें साझा की | उन्होंने कहा कि जिंदगी में सबसे कठिन फैंसले भारी दिलों के साथ लिए जाते हैं, एक ऐसे ही भारी मन से मैंनें सन्यास का निर्णय लिया है जिसके लिए मैंने अपनी पूरी जिंदगी को खतरनाक बनाया ” |

साथ ही उन्होंने क्रिकेट जीवन की उपलब्धियों का श्रेय भी बताया और कहा कि ” कोई था जो मेरी स्क्रिप्ट लिख रहा था लेकिन अब उसकी स्याही खत्म हो चुकी है ” |

अगले जनम में भारत के लिए 5 विकेट लूंगा : गंभीर 

उन्होंने अपनी कई सुनहरी यादें साझा करते हुए कहा कि ” मैं अगले जनम में फिर भारत के लिए खेलना चाहता हूं, आगे और शतक, और जीत और 5 विकेट का हाल भी लूंगा ” |  उन्होंने अपने क्रिकेट जीवन के उन लम्हों को भी याद किया जब वो अपने शिखर पर थे उसमें 2007 व 2011 विश्वकप फाइनल मैचों में भारत के लिए सबसे ज्यादा रन |

उन्होंने अपने घरेलू क्रिकेट की पारी दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान से शुरू की थी और उसी में रविवार को अपना आखिरी मैच भी खेला | उन्होंने कहा कि ” मेरा प्यार मेरी आइपीएल टीम केकेआर के लिए हमेशा बना रहेगा ” |

मैं थोड़ी स्पिन सीख पाया उसके लिए धन्यवाद : गंभीर 

उन्होंने अपने परिवार व सम्बन्धियों (माता-पिता, बहन-पत्नी, मामा-मामी, नाना-नानी व दोनों बेटियों ) को भी याद किया और कहा कि ” मेरी मामी (स्वर्गीय) हमेशा मेरे खाने की चिंता करती थीं, मेरे मामा धन से गरीब थे लेकिन दिल के उतने ही अमीर और उनका योददान मैं नहीं भूल सकता ” |

इसके अलावा उन्होंने अपने कोच संजय भारद्वाज को भी याद किया कहा कि ” हो सकता है जो आप चाहते थे वो मैं नहीं पा सका लेकिन मेरे पास जितना था मैंने कोशिश की ” | और वो कभी कभी स्पिन गेंदबाजी भी करते नजर आते थे उसके लिए कोच को श्रेय दिया |

गंभीर नें अपने क्रिकेट जीवन में 58 टेस्ट, 147 वनडे व 37 टी-20 मैच खेले थे |