मध्य प्रदेश(भोपाल) : मध्य प्रदेश में होने वाले चुनाव इस बार अपने आप में काफी इतिहासिक होने जा रहे है दरअसल 15 साल के लम्बे शासन के बाद एंटी इंकम्बैंसी के थपेड़ो से जूझ रही शिवराज सरकार की हालत हाल ही में आये ताजा सर्वे में काफी पतली बताई जा रही है।
प्रदेश में आगामी 28 नवंबर को राज्य के चुनाव होने जा रहे है जिसमे उसे कांग्रेस के साथ साथ कड़ी टक्कर एससी एसटी एक्ट के कड़े विरोध के बाद नई पार्टी बनकर उभरी सपाक्स द्वारा भी मिल रही है।
इस सर्वे को दिल्ली विश्विद्यालय के एक छात्र संगठन ने राज्य के अलग अलग हिस्सों में जाकर अंजाम दिया है, सर्वे में कुल 230 विधान सभाओ में से 60 सीटों पर सर्वे किया गया है वही सर्वे में कुल 21 हजार मतदाताओं की राय टटोली गई है। सर्वे में कई सवाल जनता जर्नादन से पूछे गए जैसे सबसे बड़ा मुद्दा, एससी एसटी एक्ट संशोधन का राज्य के चुनाव पर असर, भ्रष्टाचार, बिजली, पानी और मूलभूत सुविधाओं को लेकर उनकी राय जानी गयी थी।
क्या है सबसे बड़ा मुद्दा ?
सर्वे में सबसे बड़ा मुद्दा रोजगार का निकल कर सामने आया है लोगो का मानना है की सरकार में बेरोजगारी बढ़ी है व सरकार पर्याप्त मात्रा में नौकरिया नहीं निकाल सकी है। दूसरा सबसे बड़ा मुद्दा सवर्णो की नाराजगी से मेल खाता हुआ दिखा दरअसल लोगो का मानना है की एससी एसटी एक्ट इस बार चुनावो को जरूर प्रभावित करने वाला है।
आपको बताते चले की हाल ही में शिवराज मामा का माई के लाल वाला वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था जिसके बाद से सवर्णों में शिवराज सरकार के प्रति गुस्सा अपने चरम पर पहुँच गया था और रही सही कसर केंद्र की भाजपा सरकार ने एससी एसटी एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पलट कर दी थी। सवर्णो के गुस्से को भांपते हुए शिवराज सिंह को यह तक कहना पड़ गया था की प्रदेश में एससी एसटी एक्ट में होने वाली गिरफ्तारी से पहले जांच की जाएगी।
- किस पार्टी को मिली कितनी सीटे
सर्वे में सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस बनकर उभरी है, कांग्रेस को 140 से 150 सीटे प्रदेश के चुनावो में मिल सकती है जिससे अनुमान लगाया जा सकता है की जनता सरकार बदलने का पूरा मूड बना चुकी है।
वही इस सर्वे में सबसे दिलचस्प और चौकाने वाले आंकड़े देखने को मिल रहे है सर्वे में पहली बार चुनावो में उतर रही सपाक्स को 40 से 50 सीटे मिलने का अनुमान है अगर सर्वे हकीकत में तब्दील होते है तो देश की राजनीति में पहली बार होगा की जब कोई पार्टी सवर्णो की बात रखते हुए इतनी बड़ी जीत हासिल करेगी।
प्रदेश में भाजपा सरकार के 45 से 55 सीटों पर ही सिमटने का अनुमान लगाया गया है वही अन्य के खाते में शून्य से पांच सीटे जा सकती है । देवकीनंदन ठाकुर और किन्नर अखाड़ा के एससी एसटी एक्ट के विरोध में उतरने के बाद से और भाजपा के कई बड़े सवर्ण नेताओ के इस्तीफे के बाद से लगातार सपाक्स की ताक़त प्रदेश में बढ़ती जा रही है ।
अगर सर्वे के मुताबिक नतीजे आते है तो जाहिर ही सपाक्स की ताक़त में इजाफा होगा और विधान सभा के भीतर यह पहली बार होगा की कोई पार्टी एसटी एससी एक्ट और जातिगत आरक्षण के खिलाफ आवाज उठाती हुई आपको दिख जाए।