“मनुवादियों से दिलानी है देश को आजादी” – दलित नेता

दलित नेता सिद्धार्थ ने साथ ही यह भी कहा की "हमें मनुवादियो से शिष्टा सीखनी चाहिए क्यूंकि बिना शिष्टता के हम लोग उन्हें कभी नहीं हरा सकते है फिर चाहे हमारी संख्या लाखो की क्यों न हो"।

मध्य प्रदेश :  28 नवंबर को होने वाले राज्य के चुनावो को देखते हुए कई अम्बेडकरवादी संगठनों ने “सविधान बचाओ” मुहीम छेड़ रखी है जिसके अंतर्गत कई दलित संगठन आपस में मिल कर बसपा के लिए वोट की मांग करते हुए दिख रहे है ।

इसी कड़ी में बीते हफ्ते एक सभा आयोजित की गई थी जिसमे बाबा भीम राव आंबेडकर जी के पोते प्रकाश आंबेडकर जी को भी आमंत्रित किया गया था।

सविधान बचाओ रैली के इस मंच पर कई तरह की बाते लोगो के सामने बिखेरी गई, जिसमे एक दलित नेता सिद्धार्थ परमार ने बड़ा ही विवादस्पद बयान दे डाला। इस दलित नेता ने कहा की “हमें इस देश को मनुवादी लोगो से आजाद करना है, हमें इस देश में मनुवादियो का राज खत्म करना है, ये लोग हमारा सविधान बदलना चाहते है”।

दलित नेता सिद्धार्थ ने साथ ही यह भी कहा की “हमें मनुवादियो से शिष्टा सीखनी चाहिए क्यूंकि बिना शिष्टता के हम लोग उन्हें कभी नहीं हरा सकते है फिर चाहे हमारी संख्या लाखो की क्यों न हो”।

दलित नेता का ये बयान सोशल मीडिया पर बहुत ही वायरल हो रहा है जिसके बाद लोग इनकी खिल्लिया उड़ाते हुए दिख रहे है। एक फेसबुक यूजर ऋषभ अग्रवाल लिखते है की “शिष्टता मनुवादियो से सीखनी है और उन्हें देश से भगाना भी चाहते हो, आज बाबा साहब होते तो तुम्हारी हरकते देख कर वापस हिन्दू बन जाते”।