30-40 हज़ार का रॉकेट हो ISRO तो उदितराज को घुसेड़के स्पेस में छोड़ देना: फ़िल्म समीक्षक

नईदिल्ली : फ़िल्म समीक्षक नें उदितराज को सस्ते रॉकेट में घुुुसेड़ के स्पेस में छोड़ने की सलाह दे डाली ।

दरअसल जब देश अपने बहुआयामी मिशन चंद्रयान के लक्षित परिणामों की प्राप्ति न होने से ग़म है जोकि ख़ुद इसरो चीफ़ के सिवान के चेहरे पर पूरे देश नें देखा ।

इधर देश की राजनीति में कुछ स्वार्थी चेहरे पड़ोसी देश पाकिस्तान की भाषा बोल कर मिशन पर उटपटांग बयानबाजी कर रहे हैं ।

इसी कड़ी में देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस के नेता जिनकी पहचान एक दलित नेता के तौर पर है उन्होंने इसरो के महान वैज्ञानिकों के परिश्रम व कौशल पर धर्म जाति से प्रेरित टिप्पणी की जिसपर सोशल मीडिया में उदितराज की हर कोई आलोचना कर रहा है ।

उदितराज नें मिशन की आंशिक असफ़लता पर वैज्ञानिकों पर टिप्पणी की जिसमें उन्होंने कहा था कि “हमारे इसरो वैज्ञानिकों ने अगर नारियल फोड़ने और पूजा पाठ के विश्वास के बजाय वैज्ञानिक शक्ति और आधार पर विश्वास करते तो अब तक मिली आंशिक असफलता का मुँह ना देखना पड़ता।”

इस ओछी टिप्पणी पर कोलकाता के रहने वाले फ़िल्म समीक्षक, वाणिज्य विश्लेषक व युवा पत्रकार रोहित जयसवाल नें उदितराज को मज़ाकिया अंदाज में अनाप शनाप न बोलने की राय दे डाली ।

At top: Film Critic, Trade Analyst & Journalist Rohit Jaiswal

रोहित नें उदितराज पे तंज कसते हुए कहा कि “इसरो, यदि 30-40 हज़ार में कोई रॉकेट बने तो उदित जी को उसी के अंदर घुसेड़ के और अच्छे से बांधके स्पेस में छोड़ देना।”

वहीं समसामयिक विषयों पर बेबाक़ी से राय रखने वाले मशहूर कवि कुमार विश्वास नें भी उदितराज को लताड़ा । कुमार नें जवाब में कहा कि “बेहद कर्मठ व प्रतिभाशाली भारतीय वैज्ञानिकों पर ऐसी बुद्घिहीन टिप्पणी करने वाले इन जैसे “मलाई-काटू” ठेकेदारों को अब अगर आप “बेहूदा” कह दो तो ये आप को “दलित विरोधी” घोषित कर देंगे ।”