सभी जातियों का ख्याल रखते है शिवराज : कांग्रेस की पूर्व नेता

कुछ दिन पहले ही कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुई फातिमा रसूल सिद्दिकी ने कहा- " सेक्युलर हैं शिवराज " , सिद्दिकी एमपी से भाजपा की एक मात्र मुस्लिम प्रत्याशी हैं

भोपाल : प्रदेश में आने वाले चुनाव की सुगबुगाहट अब और तेज होने लगी है क्योंकि इसी नवंबर 28 को सूबे में प्रत्याशियों के भाग्य का फैंसला मतदान पेटी में कैद हो जाएगा |  इसी बीच नेताओं के बयानों की झड़ी भी लगी है भले उससे पार्टी के हांथों में जीत का लड्डू जाए या फिर लुटिया ढरक जाए | ऐसा ही एक बयान बीजेपी की महिला उम्मीदवार का आया है | वैसे भी प्रदेश में कांग्रेस के घोषणापत्र में आरएसएस को सरकारी दफ्तरों से बैन को लेकर बवाल मचा है |

कभी कांग्रेस के साथ रहीं मंत्री जी की पुत्री अब भाजपा से सीट :
सबको भलीभांति पता है कि राजनैतिक रूप से कोई किसी का सगा नहीं होता | तभी तो भाई-भाई, बाप-बेटे एक दूसरे के सामने लड़ते है | सूबे के चुनाव में इस बार जबर्दस्त अदलाबदली देखने को मिली है | चार दिन पहले कोई बीजेपी का था तो कांग्रेस का हो गया और इसका उल्टा भी | इसी तरह फातिमा रसूल सिद्दिकी भी गुरुवार को कांग्रेस का हाँथ छोंड़ कमल का फूल पकड़ लिया और इसका स्वागत भाजपा नें उन्हें टिकट देकर किया | अब वह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आरिफ अकील के सामने मैदान नें उतरी हैं | आरिफ़ अकील कांग्रेस से लगातार 5 बार विधायक रह चुके हैं |
सेकुलर नेता हैं शिवराज सिंह : मुस्लिम नेता
 
कांग्रेस के पूर्व मंत्री अहमद सिद्दीकी की बेटी हाल ही में भाजपा का दामन थामी हैं लेकिन पाला बदलते ही सूबे के मुखिया शिवराज सिंह के तारीफ़ में कसीदे पढ़ने लगी उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री एक सेकुलर नेता हैं | जो समाज के सभी, वर्गों व धर्मों का ध्यान रखते हैं | हालांकि वो अब चुनावी मैदान में कांग्रेस के कद्दावर नेता आरिफ़ अकील के सामने हैं जो 5 बार से कांग्रेस को जीत दिला रहे हैं 2013 में उनके सामने बीजेपी नें आरिफ़ बेग को खड़ा किया था लेकिन वो 7000 वोटों से हार गए थे |
1993 में आरिफ और फ़ातिमा के पापा थे एक दूसरे सामनें :
 कांग्रेस के नेता आरिफ अकील भले ही फ़ातिमा सिद्दिकी के सामने 2018 के विधनासभा चुनाव में हों लेकिन 1993 में आरिफ़ के पिता और अहमद सिद्दिकी एक दूसरे के सामने थे | अब इस बार देखना होगा कि पूर्व नेताओं के बच्चे क्या कमाल दिखा पाएंगे |