नईदिल्ली : देश के 400 से ज्यादा साहित्यकारों नें मोदी के पक्ष में वोट डालने के लिए देशवासियों से अपील की है |
भारतीय साहित्यकार संगठन की ओर से शनिवार 20 अप्रैल 2019 को नई दिल्ली स्थित कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में एक पत्रकार वार्ता का आयोजन कर आगामी लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को समर्थन देने की घोषणा की गई है।
समर्थन पत्र के साथ विभिन्न राज्यों के 410 प्रबुद्ध साहित्य और रचनाकारों की सूची भी जारी की गई है। राष्ट्रीय चेतना के प्रख्यात साहित्यकारों का कहना है कि मोदी सरकार की अगुवाई में देश में सांप्रदायिक सौहार्द और राष्ट्रीय सुरक्षा में बढ़ोतरी हुई है। इसके साथ ही भ्रष्टाचार पर लगाम भी लगी है। सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा एवं अखंडता की मजबूती और साहित्य-संस्कृति के संरक्षण के लिए उल्लेखनीय कार्य किए हैं। इसलिए देश की मजबूती के लिए हमें मजबूत, योग्य, कर्मठ और समर्पित नेतृत्व वाली सरकार की आवश्यकता है, जो सबका साथ-सबका विकास की धारणा पर काम करें।
वही प्रेस वार्ता की अध्यक्षता कर रहे प्रसिद्ध रंगकर्मी दया प्रसाद सिन्हा ने कहा कि “राष्ट्रवाद को मानाना और राष्ट्रवादी होना कोई गुनाह नहीं है, कम्युनिस्टो नें कला और साहित्य को सत्ता पाने का साधन बनाया । आज वक्त है कि सक्षम सरकार को मौका दिया जाए ताकि देश और दुनिया में भारत का परचम लहराया जा सके।”
वहीं प्रो कुमुद शर्मा ने वर्तमान सरकार को महिलाओं को समर्पित बताया । प्रेस वार्ता को सम्बोधित करते हुए प्रो सूर्यकांत बाली ने कहा कि “आज जागने का समय है, आज एक जुटता दिखाने का वक्त है।”
कार्यक्रम में अवनिजेश अवस्थी ने कहा कि “कुछ लोग तुष्टीकरण की राजनीति कर रहे है साहित्यकारों का पुनीत कर्तव्य है कि समाज को दिशा दें|”
प्रेस वार्ता में वरिष्ठ साहित्यकार डॉ कमलकिशोर गोयनका ।प्रो कैलाश नारायण तिवारी ।गजेंद्र सोलंकी जैसे साहित्यकार मौजूद रहे । वहीं 400 अन्य साहित्यकारों ने भी अपना समर्थन मोदी सरकार को दिया |