केजरीवाल की फ़्री कोचिंग स्कीम ग़रीब सवर्णों को भी लागू, एक्टिविस्ट बोले- भेदभाव ख़त्म होगा !

नईदिल्ली : केजरीवाल सरकार नें अब ग़रीब सवर्णों के लिए भी फ़्री कोचिंग लागू कर दी है ।
दिल्ली सरकार की महत्वाकांक्षी योजना जय भीम मुख्यमंत्री प्रतिभा विकास योजना को आगे विस्तार किए जाने की घोषणा कर दी है ।
2017 में चालू हुई इस योजना के अंतर्गत दिल्ली के बच्चों जो SC/ST से आते थे उन्हें सरकार प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे इंजीनियरिंग, मेडिकल, UPSC आदि के लिए तैयारी कराती थी जिसमें हर साल 5000 सीटें होती थी । और इसमें पहले हर बच्चे के लिए 40,000 था जोकि बढ़ाके 1 लाख कर दिया गया है ।
आपको बता दें कि इसमें वही छात्र लाभ ले पाएगा जो 10वीं और 12वीं दिल्ली से पास किया हो और परिवार की आय 8 लाख से अधिक न हो ।
हालांकि इसके लिए बाद में सोशल मीडिया से लेकर हर जगह चर्चा रही कि इस योजना को हर वर्ग के ग़रीब बच्चों के लिए किया जा सकता है ?
क्योंकि इससे लाभान्वित एक छात्र विजय कुमार जोकि दर्ज़ी का बेटा था उसका IIT में एडमिशन हुआ है ।
हालांकि आप सरकार में सामाजिक कल्याण मंत्री राजेंद्र पाल गौतम नें जानकारी दी कि दिल्ली सरकार आने वाले दिनों में यह योजना सभी वर्गों जनरल व OBC को भी शामिल करेगी इसकी सीटें बढ़ाकर 15000 की जाएगी ।
उन्होंने कहा कि “गरीब दलित परिवारों के बच्चों के सपनों को ‘जय भीम मुख्यमंत्री प्रतिभा विकास योजना’ ने नए पंख दिए !
“अब जनरल और ओबीसी वर्ग के बच्चे भी ले सकेंगे लाभ। शिक्षा से मजबूत होगा देश, सबको मिलेंगे समान अवसर !”
आज अब इसको जनरल व ओबीसी के लिए भी देने की घोषणा मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल नें कर दी है ।

एक ट्वीट में कहा कि “दिल्ली सरकार ने आज एक ऐतिहासिक फैसला लिया है ।जिस योजना का लाभ उठाकर एक ग़रीब परिवार से आने वाले विजय कुमार ने IIT में दाख़िल लिया, उस योजना को आज जनरल और OBC के गरीब बच्चों के लिए भी लागू कर दिया ।

 

वहीं राजनीतिक कार्यकर्ता आप नेता विवेक गुप्ता नें कहा कि “आपने छात्रों के बीच का भेदभाव खत्म करके एक नया आयाम स्थापित किया है।”

इस प्रकार से यह योजना हर ग़रीब छात्र के सपने को साकार करेगी ।

इसके आगे केजरीवाल नें कहा कि “दिल्ली का हर बच्चा मेरे परिवार का हिस्सा है। उनके पढ़ाई की जिम्मेदारी मेरी है।”
केजरीवाल सरकार की इस घोषणा पर यूजर्स नें बधाई दी और इसे एक नई दिशा बताई जिसमें हर वर्ग को शामिल किया गया है जो भी ग़रीब है ।
एक यूजर एम मिश्रा नें लिखा कि “चलो किसी नें तो शुरुआत की है”