सुप्रीम कोर्ट से दीपक मिश्रा की विदाई….

दीपक मिश्रा ने धारा 377, सेक्शन 497 आदि जैसे महत्वपूर्ण मामलो के फैसलों की भी अध्यक्षता की है।

नई दिल्ली : आज सुप्रीम कोर्ट के मुख्यन्यायाधीश दीपक मिश्रा का सर्वोच्च न्यायालय में आखिरी दिन है। दीपक मिश्रा का कार्यकाल 13 महीने 5 दिन का ही रहा है।

दीपक मिश्रा उन मुख्यन्यायाधीशो में शामिल हो गए है जिन्होंने भारत के इतिहास में महत्वपूर्ण फैसले दिए है। दीपक मिश्रा ने धारा 377, सेक्शन 497 आदि जैसे महत्वपूर्ण मामलो के फैसलों की भी अध्यक्षता की है।

मुख्यन्यायाधीश दीपक मिश्रा को इस फैसले के लिए भी याद किया जायेगा कि उन्होंने ही शीर्ष अदालत की कार्यवाही का सीधा प्रसारण करने की अनुमति दी, जिससे लोग अब घर पर रहकर ही अदालत की कार्यवाही का लुफ्त उठा सकेंगे। दीपक मिश्रा के कार्यकाल में ही सुप्रीम कोर्ट ने भी ये माना की जरूरी नहीं है कि नमाज मस्जिद में ही पढ़ी जाये।

दीपक मिश्रा का कार्यकाल विवादों से भी भरा रहा है, ऐसा आजाद भारत में पहली बार हुआ जब वरिष्ठ जजों ने प्रेस कांफ्रेंस कर मुख्यन्यायाधीश पर गंभीर आरोप लगाए। इसके अतिरिक्त वरिष्ठ अधिवक्ता और कोंग्रेस के नेता कपिल सिब्बल ने मुख्यन्यायाधीश दीपक मिश्रा पर महाभियोग लगाया, जो की बाद में विफल रहा है।