“गौरव प्रधान फाउंडेशन” के नाम से NGO चलाने वाले डाटा साइंटिस्ट गौरव नें गम्भीर दावा किया है कि “मुर्शिदाबाद के जियागंज लेबटोला मुसलमानों से घिरा हुआ है, बंधू प्रकाश के घर के अलावा 17 कत्था जमीन है जिसे वे मस्जिद बनाना चाहते थे।”
इसके बाद गौरव नें बताया कि “इस मस्ज़िद को बनने से रुकने के लिए RSS सदस्य नें लिए एक पत्र लिखा। लेकिन वह पत्र लीक हो गया। इसके बाद मस्जिद समिति ने उसे पूरे परिवार को मौत के घाट उतार दिया।”
इसके बाद उन्होंने ममता सरकार से इस जघन्य हत्याकांड की CBI या NIA कड़ी न्यायिक जाँच की चुनौती देते हुए कहा कि “अब इस मस्ज़िद समिति वाले मामले की पड़ताल करें।”
चुनौती पूर्ण रवैये में डाटा साइंटिस्ट गौरव प्रधान नें कहा कि “यहाँ मेरी खुली चुनौती है ममता बनर्जी अगर उसके पास हिम्मत और हिम्मत है। इस मामले को CBI को दें या NIA जो एक सक्षम एजेंसी है।”
इसके बाद बंगाल पुलिस पर गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा कि “भारत की जनता बंगाल पुलिस पर भरोसा नहीं करती है। जिसका सिर एक भगोड़ा और शारदा स्कैम का किंगपिन है।”
Here is my open Challange to @MamataOfficial if she has courage and guts. Give this case to CBI or @NIA_India who so ever is a competent agency bcoz the People of India does not trust @WBPolice whose head is a fugitive and kingpin of Sharda Scam https://t.co/7J26MeHLt1
— #GauravPradhan ?? (@DrGPradhan) October 16, 2019