खुद अम्बेडकर की मूर्ति तोड़ विरोधी को फ़र्जी एससी एसटी एक्ट में था फसाया

ओबीसी समाज से आने वाले सत्यपाल यादव को फसाया था फर्जी एससी एसटी एक्ट में, अनुसूचित जाति के लोगो ने ही किया खुलासा

मैनपुरी (UP) : एससी एसटी एक्ट का बेजा इस्तेमाल रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है, एससी एसटी एक्ट के एक और फर्जी मामले का खुलासा खुद अनुसूचित जाति के लोगो ने कर दिया है।

मामला थाना कुरावली के गाँव राजलपुर का बताया जा रहा है जहाँ पर दो जाटव समुदाय के लोगो(दिनेश जाटव और रामचरण जाटव) में गाली गलोच हो रही थी जिसको छुड़ाने सत्यपाल यादव आया था।

गाँव के लोगो ने हमें बताया की दिनेश जाटव शराब का आदि था जो आये दिन शराब के नशे में हंगामा करता रहता है उस रोज भी दिनेश शराब पीकर आया और रामचरण जाटव के साथ गालीगलोच करने लगा वही पास से गुजर रहे सत्यपाल यादव ने बीचबचाव करने की कोशिश कि जिसमे दिनेश सत्यपाल यादव से चिढ़ गया, चश्मदीदों ने बताया कि दिनेश ने सत्यपाल को एससी एसटी एक्ट में फ़साने कि धमकी दी थी।


थोड़ी देर बाद दिनेश ने बाबा आंबेडकर जी कि मूर्ति का सर तोड़ दिया जिसको गाँव वालो ने देखा और खबर देखते ही देखते चर्चाओं में बदल गयी। वही थोड़ी देर बाद वहाँ दिनेश पहुँच गया और कहने लगा कि उसने देखा था, मूर्ति सत्यपाल ने तोड़ी है जिसके बाद पुलिस भी पहुँच गई।

पुलिस ने जब कार्यवाई शुरू कि तो उन्हें अनुसूचित समाज के लोगो ने बताया कि मूर्ति को तोड़ते हुए उन्होंने दीपक को देखा था और उसके पहले का सारा काला चिटठा बया कर दिया।

वही प्रशासन द्वारा मूर्ति को ठीक करा दिया गया है और दिनेश को गिरफ्तार भी कर लिया गया है जिसके बाद थानाध्यक्ष द्वारा कड़ी से कड़ी कार्यवाई का आश्वाशन भी दिया गया है।