नईदिल्ली : जैसा कि देश में रोज एक नया बखेड़ा खड़ा किया जाता है कि अब किसको आरक्षण मिले या किसे न मिले | हाल ही में महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण राज्य की विधानसभा में पास हुआ था | अब एक दलित संगठन निजी क्षेत्र में भी आरक्षण को लाने के लिए रैलियां, घेराव, धरना, प्रदर्शन कर रहा है |
दलित चिंतक गए थे सुप्रीम कोर्ट घेरने, चढ़ गए पुलिस के हत्थे :
दिल्ली के रामलीला मैदान में आज यानी 3 दिसंबर को दलित संगठन अखिल भारतीय परिसंघ नें विशाल रैली का आयोजन किया था | इस रैली का मुख्य मुद्दा था निजी क्षेत्र व पदोन्नति में भी आरक्षण, इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट व राज्य की हाई कोर्ट में कालेजियम की व्यवस्था को खत्म करना |
रैली के प्रमुख नेता व दलित चिंतक उदितराज नें रामलीला मैदान से अपने हजारों कार्यकर्ताओं के साथ देश की सबसे बड़ी अदालत को घेरने पहुंचे थे | सुप्रीम कोर्ट के बाहर तैनात दिल्ली पुलिस के जवानों ने पहले तो भीड़ को कोर्ट के अंदर जाने से रोंका, इसके बाद भी न मानने पर पुलिस नें एक-एक को पकड़कर बस में भरा और जेल ले गई |
गिरफ़्तार हुए भाजपा सांसद नें सुप्रीम कोर्ट पर लगाए आरोप :
रैली के सबसे बड़े चेहरे व दलित नेता नें सुप्रीम कोर्ट पर कई आरोप मढ़े, उन्होंने कल ही रैली के आयोजन से पहले कोर्ट की नियुक्तियों पर सवाल उठाया था |
उनकी मानें तो ” सुप्रीम कोर्ट कानून बनाने लगी है, जबकि उसे लागू करना चाहिए; कोर्ट में नियुक्तियां अयोग्यता के आधार पर होती हैं | कानून का हाल यह हो गया है कि आम आदमी हाई कोर्ट-सुप्रीम कोर्ट नहीं जा सकता ” |
इसके आगे उन्होंने जोड़ा कि ” ये करके देश की अदालतें गृहयुद्ध की ओर अग्रसर कर रही हैं ” | गिरफ़्तार होने से पहले उन्होंने कहा कि ” देश की न्याय व्यवस्था को बचाने के लिए अगर मुझे गिरफ्तारी देनी होगी वो भी मैं करूंगा ” |