नईदिल्ली : CPIM नेता सीताराम येचुरी नें हिंदुओं को बताया था हिंसक, पलटवार करते हुए कुमार विश्वास नें दिया करार जबाव |
दरअसल मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के नेता सीताराम येचुरी नें भोपाल में एक कार्यक्रम के दौरान हिंदुओं और उनके पवित्र ग्रंथ रामायण-महाभारत पर विवादित बयान दिया था |
येचुरी नें कहा कि “रामायण और महाभारत भी हिंसा और लड़ाई के उदाहरणों से भरे हुए हैं | एक प्रचारक होने के नाते में आप महाकाव्यों का वर्णन करते हैं लेकिन फिर भी दावा करते हैं कि हिंदू हिंसक नहीं हो सकते ?”
येचुरी यहीं नहीं रुके आगे उन्होंने कहा- “ये कहने के पीछे क्या तर्क है कि एक धर्म है जो हिंसा में संलिप्त हैं और कहते हैं हम हिंदू नहीं करते हैं” |
इस बयान पर कई लोगों नें नाराजगी जताई और निंदा भी की वहीं देश के जाने माने कवि कुमार विश्वास नें येचुरी को आड़ों हाथ लेते हुए जबरदस्त प्रहार किया | कुमार नें कहा- “अपनी वैचारिकी की तरह,हे प्रचुर-कुपढ येचुरी जी, 23 मई के बाद अपने पराजय-कुल के अन्य रुदाली-साथियों के साथ जब रो-पीट कर निबट लें तो मेरे पास पधारें, रामकथा सुनने ! पुण्य नहीं तो कम से कम दृष्टि का पूर्वाग्रह-शापित मोतियाबिंद तो दूर होगा !”
इसके आगे कुमार नें येचुरी से ये भी पूछा कि “कभी यही शंका किसी और धर्म के ग्रंथ पर की ?”
अपनी वैचारिकी की तरह,हे प्रचुर-कुपढ येचुरी जी,23 मई के बाद अपने पराजय-कुल के अन्य रुदाली-साथियों के साथ जब रो-पीट कर निबट लें तो मेरे पास पधारें, रामकथा सुनने ! पुण्य नहीं तो कम से कम दृष्टि का पूर्वाग्रह-शापित मोतियाबिंद तो दूर होगा ! कभी यही शंका किसी और धर्म के ग्रंथ पर की ?? https://t.co/1HeQsyx3PN
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) May 3, 2019