दलित संघ के प्रवक्ता का विवादित बयान- ‘ब्राह्मणवाद की दवाई, जूता-चप्पल से पिटाई है’

नईदिल्ली : दलित संगठन के प्रवक्ता नें ब्राह्मणों को जूते चप्पल से पिटाई करने जैसे विवादित बयान दिया है।
दलित नेता का एक बयान सोशल मीडिया पर काफ़ी चर्चा में बना हुआ है। दरअसल ये बयान ब्राह्मण समुदाय पर निशाना बनाकर दिया गया जिसपर समाज के लोग इसका विरोध जता रहे हैं।
कथित अम्बेडकर समर्थक ट्विटर प्रोफ़ाइल के अनुसार कुश अंबेडकरवादी नें ब्राह्मणों के ख़िलाफ़ वैमनस्यता फैलाने वाली जातिवादी टिप्पणी की है।
Kush Ambedkarite, Spokesman Dalit Group
कुश नें ब्राह्मण समुदाय को निशाना बनाते हुए कहा कि “जूता चप्पल व पिटाई ही ब्राह्मणवाद की दवाई है।”

कुश एक दलित संगठन, अखिल भारतीय बहुजन समन्वय समिति के प्रवक्ता और कथित सामाजिक कार्यकर्ता हैं।

कुश के इस भड़कीले बयान पर कई लोगों नें संबंधित लोगों को ट्विटर पर टैग कर पुलिस कार्रवाई की माँग भी की।

लेख़क प्रगत शुक्ला नें कहा “दिल्ली पुलिस कृपया संज्ञान लें, यह व्यक्ति जातिगत वैमनस्यता फैलाते हुए समूह विशेष के प्रति लोगों को हिंसा के लिए उकसा रहा है।”

उत्तराखंड की कांग्रेस सरकार में उद्योग मंत्री रह चुके किशोर उपाध्याय नें भी अम्बेडकरवादी कुश के ऐसे ही लगातार भड़कीले पोस्ट पर आपत्ति दर्ज कराई उन्होंने कहा कि “मैंने आपके भी कुछ ट्वीट देखे, आपको भी संयम और मर्यादित भाषा का प्रयोग करना चाहिये।”

हालाँकि किसी समुदाय के ख़िलाफ़ आपत्तिजनक टिप्पणी करने का कुश का पुराना रिकॉर्ड है 2018 में भी एक ऐसे नारे “तिलक तराजू और तलवार इनको मारो जूते चार” को पोस्ट किया था।