चीन में अब लाशों को दफनाया नहीं जलाया जाएगा, यूजर बोले- हिंदुओं में हजारों सालों से है परंपरा

बीजिंग (चीन) : कोरोना वायरस में मारे गए लोगों को चीन दफनाने की बजाय जलाने की घोषणा की है।

चीन में भयानक कोरोना वायरस के बाद लागू वैश्विक स्वास्थ्य आपात के बाद एक बड़ी खबर आई है। आई रिपोर्ट के मुताबिक चीन में वायरस के कारण जान गंवाने वाले लोगों के शव को दफनाया नहीं जाएगा, इसके बजाय उन शवों को जलाया जाएगा।

आपको बता दें कि शवों को जलाने की क्रिया पुरातन काल से सनातन हिन्दू धर्म का ही हिस्सा रही है। जिसको अब भीषण वॉयरस देखते हुए चीन में विधि अपनाया जा रहा है। जिसको लेकर यूज़र अमित नें कहा कि ये हिन्दू धर्म में 5 हजार साल पहले से चला आ रहा है।

उधर ये कोरोना वायरस के चीन के बाहर 26 देशों या क्षेत्रों में 160 से अधिक पुष्ट मामले आ चुके हैं। हालाँकि इसका प्रकोप चीन के हर प्रांत और क्षेत्र तक फैल गया है, लेकिन हुबेई में इसका प्रकोप सबसे खराब बना हुआ है, जहाँ 7,100 से अधिक कोरोनोवायरस का पता चला है और 249 लोगों की मौत हो गई है।

जर्मनी ने रविवार को अपने 10 वें मामले की पुष्टि की, और दक्षिण कोरिया, वियतनाम, मलेशिया, मकाओ और हांगकांग में भी नए मामले सामने आए। संयुक्त राज्य अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड सभी ने घोषणा की है कि वे उन विदेशी नागरिकों को अनुमति नहीं देंगे, जिन्होंने चीन से आए हैं।

तीनों देश उन नागरिकों को अनुमति देते रहेंगे जिन्होंने चीन का दौरा किया है।हालांकि उन्हें अलग करने की आवश्यकता होगी। अमरीका जैसे कुछ सरकारों ने अपनी यात्रा सलाहकार चेतावनी भी दी है कि वो चीन न जाएं।