नईदिल्ली : मीडिया नें बताया कि SC/ST की फ़ीस 24 गुना बढ़ा दी गई हैं CBSE नें बाद में खोला इनका चिट्ठा ।
देश में सबसे तेज बताने वाले आजतक, सबको आगे रखने वाले ABP न्यूज़, जनसत्ता, दैनिक जागरण जैसे बड़े मीडिया नें पिछले 2 दिनों में ब्रेकिंग न्यूज़ सहित खबरें दिखाई कि SC-ST की 24 गुना फ़ीस बढ़ा दी गई है ।
बाकी का काम पूरा किया तथाकथित दलित चिंतकों और वामपंथियों नें। उन्होंने कहा कि देश में दलितों को पढ़ने से रोका जा रहा है, उनका अधिकार छीना जा रहा है । और कई तरह तरह की बातें वो भी बिना जांचे परखे सिर्फ़ मीडिया रिपोर्ट के आधार पर ।
अब आपको असलियत से रूबरू कराने के लिए फलाना दिखाना की टीम नें CBSE के नियम कायदों को समझा तो पूरी घटना में असलियत कुछ यूं निकली ।
सीबीएसई नें कहा कि यह स्पष्ट है कि बोर्ड ने बोर्ड परीक्षा शुल्क पैन इंडिया (पूरे देश) में वृद्धि की है और विशेष रूप से दिल्ली के लिए नहीं है। और यह वृद्धि 5 साल के अंतराल के बाद की गई है ।
भारत और विदेशों में CBSE के सभी संबद्ध स्कूलों में सभी श्रेणियों के (चाहे वो SC/ST हो OBC हो या जनरल) छात्रों के लिए शुल्क में वृद्धि की गई है।
देश के बाकी हिस्सों में सभी छात्रों के लिए फीस रु750 जो बढ़ाकर 1500 रुपये किया गया है हालांकि दृष्टिहीन छात्रों के लिए कोई शुल्क नहीं है।
लेकिन जिस बिंदु के कारण यह अफवाह फैलाई गई उसका कारण यह था कि केवल दिल्ली के छात्रों के लिए एक विशेष व्यवस्था के रूप में फीस 350 रुपये हुआ करती थी।
जिसमें से 300 रुपए दिल्ली सरकार भरा करती थी बाकी 50 रुपए स्वयं SC/ST छात्र भर देते थे ।
CBSE नें साफ़ कहा कि वो स्वतंत्र संस्था है नो प्रॉफिट नो लॉस पर चलती है इसके बाद भी छात्रों की बढ़ी हुई फ़ीस सरकार देना चाहे तो कोई दिक्कत नहीं है पर ये फ़ीस सिर्फ SC/ST के लिए नहीं बल्कि जनरल समेत सभी वर्गों के लिए बढ़ाई गई है जोकि हर 5 साल में पूरे देश में बढ़ाई जाती है।
CBSE: It’s clarified that the board has increased Board exams fee pan India & not especially for Delhi. This increase is after a gap of 5 years. The fee has been increased for all categories of students in all affiliated schools of CBSE in India & abroad pic.twitter.com/asB4cJnox3
— ANI (@ANI) August 11, 2019