नईदिल्ली :- वेस्ट इंडीज टीम के लिए 2016 में टी-20 विश्वकप जिताने में अहम भूमिका निभाने वाले जबरदस्त हरफनमौला खिलाड़ी ड्वेन ब्रावो नें सन्यास की घोषणा कर दी है।
अगर उनके क्रिकेट जीवन की बात की जाए तो उनका यह सफर बेहतरीन रहा। आपको बात दें कि पिछले 2 सालों से वो टीम से बाहर थे। ब्रावो नें सन्यास लेते वक्त अपने आधिकारिक बयान में कहा कि ” चौदह साल पहले जब मैंने वेस्ट इंडीज के लिए डेब्यू किया था वो क्षण आज भी मैं याद करता हूँ” ।
आगे उन्होंने कहा कि “इंग्लैण्ड के खिलाफ जुलाई 2004 में लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड में मुझे “मैरून कैप” सौंपी गयी थी। जो अहसास और जूनून मैंने उस वक्त महसूस किया था उसे मैंने पूरे कैरियर के दौरान बनाए रखा ” ।
एक नजर उनके कैरियर पर:
ब्रावो नें वेस्ट इंडीज के लिए हर मुश्किल में उबारने का रोल निभाया है ऐसे में उनके सन्यास की घोषणा से टीम को उनकी बहुत अधिक कमी महसूस होगी। उनका 12 सालों का कैरियर बेहद ख़ास रहा और टीम को 2016 विश्वकप जिताने में भी उनका अहम योगदान रहा था।
टेस्ट – 040
वनडे – 164
टी-20 – 66
कुल इंटरनेशनल विकेट – 337
कुल इंटरनेशनल रन – 6310
पाक के खिलाफ खेला था 2 साल पहले मैच :
जैसा कि ड्वेन ब्रावो की टीम अभी भारत दौरे पर ही है लेकिन वो इस टीम का हिस्सा नहीं थे तो ऐसे में एक बात तय है कि भारतीय दर्शक उन्हें जरूर मिस कर रहे होंगे।
आपको बता दें कि ब्रावो पिछले दो सालों से इंटरनेशनल क्रिकेट से दूर थे, पिछला मैच उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ सितम्बर 2016 में टी-20 के रूप में खेला था।
वेस्ट इंडीज टीम अच्छे खिलाडियों की तलाश में लम्बे वक्त से है और इस वक्त उनका जाना तो टीम को जरूर कमी खलाएगा फिर भी उन्होंने इस घोषणा के दौरान ही कहा था कि ” संन्यास के बाद भी वो लीग मैच खेलते रहेंगे। “