उदितराज ख़ुद आरक्षण से डॉक्टर बनें पर कहते हैं दलित ऊंचे पदों पे नहीं: बॉलीवुड एक्ट्रेस पायल रोहतगी

मुंबई : एक्ट्रेस पायल बोलीं उदितराज ख़ुद आरक्षण से डॉक्टर बनें हैं, दूसरों को कहते हैं दलित ऊंचे पद पर नहीं हैं।

भाजपा से दिल्ली में सांसद रहे बाद में कांग्रेस ज्वाइन करने वाले दलित नेता उदितराज को बॉलीवुड एक्ट्रेस पायल रोहतगी नें आरक्षण वाले अपने बयान के बाद उदितराज को फ़िर करारा जवाब दिया है।

दरअसल विवाद वहाँ से शुरू हुआ जब बॉलीबुड एक्ट्रेस पायल रोहतगी नें वाल्मिकी जयंती पर एक बयान में आरक्षण ख़त्म करने के लिए कहा था।

पायल नें बयान में कहा था कि “रामायण वाल्मीकि ने लिखी और महाभारत वेदव्यास ने। दोनो दलित थे परंतु महर्षि बने अपने कर्मों से। दलित भाईओं और बहनो यह सच्चाई याद रखो और भारत को संगठित होने में मदद करो। यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू हो और आरक्षण ख़त्म हो।”

बाद में आरक्षण ख़त्म करने का बयान सुनते ही दलित नेता उदितराज के कान खड़े हो गए।उदितराज नें 13 अक्टूबर को बॉलीवुड एक्ट्रेस पायल रोहतगी को निशाना साधते हुए उन्हें कहा था कि “मैं पायल रोहतगी जी से अपील करता हूं कि वे तथाकथित ऊंची जातियों के साथ बातचीत करें ताकि हमारे साथ भेदभाव न करें और हिंदू व्यवहार करें और वैवाहिक और व्यावसायिक संबंध शुरू करें ।”

इसके बाद उदितराज नें पायल को ट्विटर पर टैग एक वीडियो बयान दिया था जिसमें पायल के अनुसार उनके लिए अपमानजनक भाषा में बात की। हालंकि उदितराज नें वो वीडियो अपने ट्विटर अकाउंट से डिलीट भी कर दिया था।

इसी के बाद एक्ट्रेस पायल नें 16 अक्टूबर को एक इंस्टाग्राम पोस्ट के ज़रिए उदितराज के बयान को जवाब देते हुए करारा प्रहार किया।

पायल नें कहा कि “कोई SC/ST के पूरे भारत के नेता उदितराज हैं जो मुझे टैग करके एक वीडियो बना रहे हैं कि वाल्मीकि और वेदव्यास के बारे में बात करना आज के समय में ग़लत है।

Payal Rohtagi

“क्यूँकि आज के दौर में दलित वर्ग का कोई भी व्यक्ति ऊँच पदवी नहीं संभाल रहा, भारत में तो इस मूर्ख आदमी को हम इतना कहना चाहते हैं कि हमारे देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की है एक हिंदू दलित।”

Ramnath Kovind

“मगर यह उदितराज जैसे नेता अपनी टिकट के चक्कर में यह बात नहीं बताते मासूम भारतीय लोगों को। यह लोग जातिवाद का ज़हर घोलते हैं सनातनी लोगों के दिमाग़ में और पूरे विश्व में सनातन धर्म को बदनाम करते हैं।”

इसके बाद पायल नें उदितराज की शैक्षणिक योग्यता यानी डॉक्टरी डिग्री मिलने का कारण आरक्षण बताया।

उन्होंने कहा कि “यह लोग आरक्षण नहीं ख़त्म करते और खुद आरक्षण द्वारा डॉक्टर की पदवी पा लेते हैं और बाक़ी जनता को कहते हैं कि दलित वर्ग के लोग ऊंचे पदवी पर नहीं है भारत में।”