नई दिल्ली :- जेडीयू ने 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए एनडीए की सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी को 50-50 के आधार पर सीट बाँटने को कहा है। इस प्रकार से अन्य सहयोगियों के दलों को सीट देने के बाद जितनी सीट बच जाएँगी उनमे से बीजेपी और जेडीयू आधे-आधे पर चुनाव लड़ेंगी।इस फार्मूला के तहत जेडीयू को 16, बीजेपी को 17, एलजेपी को पांच और आरएलएसपी को दो सीटें मिलनी हैं।
जेडीयू का कहना है कि बीजेपी ने भी इस फॉर्मूले पर अपनी सहमिति दें दी है और इसके अलावा बीजेपी 2014 में जीती हुई पांच लोकसभा सीटों पर भी इस बार जेडीयू को मौका देगी।
इस फैसले पर आखिरी मोहर तब लगेगी जब नवंबर में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और नितीश कुमार की मुलाकात होनी है। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि इस बार बिहार में एनडीए के अन्य सहयोगी दलों को 2014 के लोकसभा चुनावों के मुकाबले इस बार के चुनावों में कम सीटों पर ही संतोष करना होगा।
बिहार में सवर्ण वोटरों और दलितों को ध्यान में रखते हुए सभी सीटों पर जातीय समीकरण देखा जायेगा और उनकी जरूरतों को ध्यान में रखकर चुनाव लड़ा जायेगा।