जो रावण दहन करेगा उसपर दर्ज कराएँगे एट्रोसिटी एक्ट के तहत मुकदमा – भीम आर्मी

पुलिस को दिए अपने पत्र में भीम आर्मी की तरफ से लिखा गया है की "रावण मानवतावादी राजा था"।

मुंबई(पुणे):- देश भर में विजयदशमी के दिन रावण पुतला दहन कर बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न मनाया जाता है। परन्तु इसके उलट रावण को मानवता का मसीहा करार देते हुए भीम आर्मी ने रावण दहन न करने की चेतावनी दी है। भीम आर्मी के मुंबई संगठन ने पुणे स्थित थाने में पत्र लिखकर दशहरा के अवसर पर रावण दहन पर रोक लगाए जाने की मांग की है।
भीम आर्मी की तरफ से कहा गया है की जो भी रावण दहन करेगा उसपर एससी/एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया जायेगा।



पुलिस को दिए अपने पत्र में भीम आर्मी की तरफ से लिखा गया है की “रावण मानवतावादी राजा था, जो न्याय करने के लिए विख्यात था परन्तु हजारो साल के इतिहास में उसका चरित्र बदल कर लोगो के सामने पेश कर दिया गया है”।
भीम आर्मी खुद को दलितों के हित के लिए काम करने वाला संगठन बताता आया है पर समय-समय पर उनकी तरफ से भड़काऊ व उत्तेजित बयानबाजी दूसरे समाज के खिलाफ देखने को मिलती आई है।
इससे पहले भीम सेना की तरफ से राम मंदिर मामले पर भी कहा गया था की “चाहे सुप्रीम कोर्ट कुछ भी फैसला दे परन्तु बाबरी मस्जिद वही बनेगी और हम सुप्रीम कोर्ट का फैसला पलटने का भरपूर माद्दा रखते है”।