बदायूं गैंग रेप कांड में आया नया मोड़, गैंग रेप और गुप्तांग में राड डालने की खबर पक्की नहीं

बदायूं (उत्तर प्रदेश) – बदायूं के उघैती थाना क्षेत्र में 3 जनवरी को एक अधेड़ उम्र की महिला से बर्बर गैंगरेप के बाद हत्या के मामले में रोज नए खुलासे हो रहे हैं जिससे घटना को नित एक नया मोड़ मिल रहा है। मुख्य धारा की मीडिया इसे कभी जातिवाद का रंग देकर दलित उत्पीड़न बता रही है तो कभी धर्मस्थल का बार बार इस्तेमाल कर अपना हित साध रही है।
भास्कर ने तो प्रोपेगेंडा की सारी हदें तोड़कर मृतक पीड़िता की जाति ही बदल दी। भास्कर ने अपनी एक ग्राउंड रिपोर्ट में पीड़िता की जाति राजपूत से बदलकर दलित कर डाली व मामला दलित उत्पीड़न से जोड़ दिया। लेकिन जब हमने इसकी तहकीकात शुरू करी तो हमें कई सर चकरा देने वाली जानकारियां प्राप्त हुई।

पिछले 3 महीने में 800 से ज्यादा बार बात हुई थी
सबसे पहले हमें कई ग्रामीणों से तांत्रिक व पीड़िता के बीच लम्बे समय से चल रहे अवैध संबंधो के बारे में ज्ञात हुआ। जिसकी पुष्टि पुलिस की जांच में भी हुई। दरअसल मृतक पीड़िता और तांत्रिक सत्यनारायण दास के बीच पिछले तीन माह में 800 से ज्यादा बार बातचीत हुई है। वहीं यह बातचीत घंटो तक चलती थी। पीड़िता के पति के कम बुद्धि के होने के कारण भी तांत्रिक से महिला के अवैध संबंध स्थापित होने की बाते हमें आस पड़ोस के लोगो ने बताई है। दोनों की कॉल डिटेल भी इसी ओर इशारा कर रहे थे।

गांव के लोगो ने बातचीत में की अवैध संबंध की पुष्टि
हमने गांव के लोगो से भी इस बात की पुष्टि की। मेऊली के ही रहने वाले मुनीश पाल और ग्राम प्रधान सुरेश के भाई रामअवतार से भी इस विषय पर जानकारी चाही तो उन्होंने भी तांत्रिक और मृतक महिला के बीच अवैध संबंध के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि यह लम्बे समय से सभी को ज्ञात था कि दोनों के आपस में अवैध संबंध थे। वहीं घटना वाली रात भी पीड़िता तांत्रिक से मिलने गई थी।

पकड़े जाने के डर में हुआ हादसा
घटना की रात तांत्रिक व पीड़िता एक साथ ही मंदिर परिसर में थे। यहाँ इनके संबंधो के बारे में गाँव ही एक महिला शिला यादव,जोकि मंदिर की ही ज़मीन पर खेती करती है, को दोनों के बेहद करीब के संबंधो की जानकारी हो गई थी।
घटना की रात शीला यादव ने तांत्रिक और मृतक महिला को मिलते हुए देख लिया जिसके बाद उसने दोनों को रंगे हाथ पकड़ना चाहा था। जिससे बचने के लिए मंदिर परिसर में ही स्थित एक कमरे में तांत्रिक ने महिला को छुपने के लिए बोल दिया। उसी कमरे के अंदर ही सूखा कुवां होने की वजह से महिला अनजाने में कुंए में गिर गई जिससे कुंए में पड़े मोटर के पखे और इंगल से उसके गुप्तांग, सिर और पसली में चोट आई। कमरे में कुआं ऐसी स्थिति में था कि वहां कोई भी अँधेरे में आसानी से गिर सकता था।

इसी सूखे कुंए में गिरी थी महिला जोकि उसी कोठरी में बना है जिसमे तांत्रिक ने महिला को छुपने को कहा था

पुलिस की तफ्तीश में भी हुई है कुंए में गिरने कि पुष्टि
पुलिस ने जब गांव वालो की मौजूदगी में कुएं के अंदर जाकर जांच किया तो महिला का चूड़ी और खून के धब्बे मिले। जिससे इस बात की पुष्टि होती है कि महिला उस रात कुएं में ही गिरी थी। जिसके बाद कुएं मे गिरने के बाद जब तांत्रिक ने देखा तो महिला घायल अवस्था में थी जिसको निकालने के लिए तांत्रिक ने फोन करके वेदराम को बुलाया व दोनों ने मिलकर महिला को रस्सी पकड़ाकर निकाला।

इसी कोठरी में बना है कुंआ

तांत्रिक ने वेदराम से फोन करवा बुलाया ड्राइवर जसपाल
महिला को कुएं से निकालने के बाद जब महिला की हालत खराब देखी तो तांत्रिक ने वेदराम से फोन करवाकर उघैती जसपाल ड्राइवर को फोन करके महिला को इलाज के लिए ले जाने के लिए बुलाया। क्योंकि जसपाल भाड़े पर गाड़ी चलाता है तो भाड़े के लिए चला आया। ग्रामीणों के अनुसार जसपाल बहुत ही सीधा व्यक्ति है जोकि कभी भी फ़ोन पर बुलाने पर गाड़ी लेकर आ जाया करता था। घटना के दिन भी जसपाल के फ़ोन पर तीन बार वेदराम ने फ़ोन किया था। जिसके बाद वह घर से गया था।

डाक्टरों के इलाज से मना करने पर महिला को घर पे पहुंचाया
तांत्रिक जसपाल की गाड़ी से महिला को चंदौसी इलाज के लिए ले गया। लेकिन डाक्टरों द्वारा अधिक घायल होने के चलते मना कर दिया गया था। जिसके बाद तांत्रिक ने वापस महिला को उसके घर पर छोड़ दिया था।

घर छोड़ने वक्त जीवित थी महिला
मृतक पीड़िता 3 जनवरी की रात लगभग 12बजे तक घर छोड़ने वक्त जीवित थी।

डॉक्टर मुनीश पाल की मदद से पकड़ा गया वेदराम
गांव के ही एक डाक्टर मुनीश पाल की खेती वेदराम बटाई पर करता है। घटना के बाद वेदराम ने डॉक्टर को फोन करके सारी बात बताई तो डॉक्टर ने पुलिस को बताया जिसके बाद वेदराम को सरेंडर कराया गया।

गैंगरेप की बात से इंकार कर रहे हैं सभी
पुलिस भी मृतक महिला के साथ शारीरिक संबंध की बात तो स्वीकर कर रही है मगर सामूहिक दुष्कर्म से मना कर रही है। वहीं यही बात गांव के लोग भी कह रहे हैं।

मदद करने में फंसे वेदराम और जसपाल
मृतक महिला को कुएं से निकालने और इलाज के लिए ले जाने में मदद करने की वजह से जसपाल ड्राइवर और वेदराम इस घटना में फंस गए है। अगर दोनों मदद करने नहीं गए होते तो शायद आज नहीं फंसते। हालाँकि पुलिस ने महिला शिला यादव को भी गिरफ्तार कर लिया है व पूरी जानकरी हासिल कर रही है।


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