‘आरक्षण का दर्द, 70 नंबर वाला क्लर्क तो 50 वाला अधिकारी बनेगा’: एंकर चित्रा त्रिपाठी

आजतक एंकर व महिला पत्रकार चित्रा त्रिपाठी नें आरक्षण के दोषों पर उठाया सवाल, कहा ये भारत में ही है होता है

नईदिल्ली : एंकर चित्रा त्रिपाठी नें आरक्षण से मेरिट ही हो रही अनदेखी पर कड़ा सवाल पुछा और कहा कि ये हमारे देश में ही संभव है |

आजतक में एंकरिंग करने वाली महिला पत्रकार चित्रा त्रिपाठी नें एक बार फिर आरक्षण का मुद्दा छेड़ा है | दरअसल बिहार में रिपोर्टिंग करने गई चित्रा से कई लोगों नें आरक्षण को लेकर तीखी बहस की होगी और इससे जुड़े प्रश्न दागे होंगे जिसको लेकर शनिवार को उन्होंने एक ट्वीट संदेश में आरक्षण पर अपना दर्द झलकाया |

एंकर चित्रा नें कहा कि “बिहार में कुछ लोगों ने मुझसे सवाल किया- ये बताइये कि सत्तर नंबर वाला क्लर्क और पचास नंबर वाला अधिकारी बनेगा…|”

इसके आगे उन्होंने पूछा कि “आरक्षण का दर्द, कम नंबर पाकर अच्छी यूनिवर्सिटी में दाखिला और ज्यादा नंबर पाकर कॉलेज में एडमिशन? ऐसा हमारे ही देश में क्यों होता है ?”

इस ट्वीट पर कई यूजर्स नें उनको कहा कि आज देश में इस मुद्दे पर कोई नेता न पत्रकार कुछ बोलता ही नहीं लेकिन जब आपने इसे उठाया है तो आपको इस मुद्दे पर TV डिबेट करना चाहिए |