नईदिल्ली : पवित्र गंगा यमुना जैसी नदियों का पानी पूरी तरह स्वच्छ दिखाई देने लगा है, इसमें अचानक जलीय जीवों की भरमार दिखाई पड़ने लगी है।
भीषण कोरोना महामारी के कारण दिल्ली सहित देश में 21 का लॉक डाउन है। वहीं इस लॉक डाउन का एक फायदा प्राकृतिक वातावरण को हो रहा है। हमारी Falanadikhana.com की टीम नें देश की अन्य जगहों पर गंगा व यमुना नदी के जल गुणवत्ता का अध्ययन किया तो Falana Calculator Report में काफी सुखद परिणाम मिले हैं।
दिल्ली में यमुना नदी में पानी साफ दिखाई दिया। इसके कारण ये हैं कि दिल्ली NCR के सभी उद्योग बंद हैं। इस नदी में भारी संख्या में जलीय जीव भी लगभग दशक बाद दिखाई दिए हैं।
वहीं यमुना के अचानक स्वच्छता वाले घटनाक्रम पर दिल्ली की सत्ताधारी दल आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता व विधायक राघव चड्ढा ने कहा कि “औद्योगिक प्रदूषकों और औद्योगिक कचरे की रोक का निश्चित रूप से यमुना नदी में पानी की गुणवत्ता पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। हम गुणवत्ता में सुधार के प्रतिशत का पता लगाने के लिए पानी का परीक्षण करेंगे।”
हालांकि लॉक डाउन के कारण वाराणसी में गंगा नदी की जल गुणवत्ता में सुधार हुआ है क्योंकि यहां भी उद्योग बंद हैं। वाराणसी स्थित आईआईटी-बीएचयू के केमिकल इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के प्रोफेसर डॉ. पीके मिश्रा के अनुसार, गंगा नदी में पानी की गुणवत्ता में 40-50% सुधार हुआ है।
उत्तराखंड के हरिद्वार में गंगा नदी की जल गुणवत्ता में भी सुधार हुआ है क्योंकि यहां हर की पौड़ी घाट और उद्योग कोरोना वायरस लॉकडाउन के कारण बंद किए गए हैं। ऐसे में लगभग 40% पानी इस लॉक डाउन की वजह से 4 प्रमुख जगहों पर सुधरा है।
【नोट : ये मीडिया हाउस दिल्ली विश्वविद्यालय के मीडिया छात्रों द्वारा चलाया जा रहा है】