नई दिल्ली:- 2019 के लोकसभा चुनावों को अब बस कुछ ही महीने रह गए हैं, लेकिन जाति और आरक्षण पर राजनीति अभी से शुरू हो गयी है। जो आरएसएस कुछ दिन पहले तक कहती थी कि आरक्षण की समीक्षा होनी चाहिए, वही आज कह रही है कि आरक्षण इस देश की जरूरत है और आरक्षण मिलना चाहिए।
पहले आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का आरक्षण पर बयान और अब सहसरकार्यवाह डॉ कृष्ण गोपाल ने भी आरक्षण पर उन्ही की बात को दोहराया है। आरएसएस के प्रयागराज (इलाहाबाद) में आयोजित संघ समागम में सहसरकार्यवाह डॉ कृष्ण गोपाल ने भाग लिया और इसी दौरान उन्होंने स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए आरक्षण पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि संघ आरक्षण विरोधी नहीं है, बल्कि संघ का मानना है कि जिन्हें भी आरक्षण का लाभ मिल रहा है, उन्हें ही तय करना चाहिए कि उनको कब तक आरक्षण चाहिए।
डॉ कृष्ण गोपाल ने कहा कि जिस दिन आरक्षण पाने वाले लोग कहेंगे कि आरक्षण समाप्त होना चाहिए, उसी दिन आरक्षण समाप्त होगा। हम आपको बता दें कि इससे पहले आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने भी कहा था कि आरक्षण इस देश की जरुरत है।
इसके बाद कृष्ण गोपाल ने हिन्दुराग अलापा और कहा की हिन्दुओं की समस्याओं का मुख्य कारण हिन्दू समाज का असंगठित होना है। कृष्ण गोपाल ने राम मंदिर पर भी अध्यादेश लाने की मांग की।