नईदिल्ली : भारत में आरक्षण को लेकर सदाबहार राजनीति चमकती रहती है, कोई इसको पाने के लिए सडकें जाम करता है तो कोई धरना देता है लेकिन आरक्षण लेने वालों की मांग 24×7 जारी है इधर देश पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा इससे आरक्षण की राजनीति करने वालों से दूर दूर तक नाता नहीं है |
एक और आरक्षण के लिए दिल्ली में हुंकार भरेगा दलित परिसंघ :
दिल्ली के उत्तरपश्चिमीय क्षेत्र से भाजपा सांसद व दलित संगठन ” आखिल भारतीय अनुसूचित जाति-जनजाति परिसंघ ” के अध्यक्ष डा. उदितराज अब निजीक्षेत्र में भी आरक्षण के लिए आरपार के मूड में आ चुके हैं |
उन्होंने अपने ट्वीट संदेश के जरिए दिल्ली के रामलीला मैदान में लोगों की भीड़ इकट्ठा करने के लिए अनुरोध भी किया |
उदितराज लिखते हैं ” निजी क्षेत्र व पदोन्नति में आरक्षण के मुद्दे को लेकर मैं विशाल रैली को सम्बोधित करने जा रहा हूं, समाजिक न्याय व समता के समर्थक सादर आमंत्रित हैं ” |
न्यायालयों में कालेजियम सिस्टम को भी संघ देगा चुनौती :
दलित चिंतक के अनुसार रैली में आरक्षण के मुद्दे के अलावा सुप्रीम कोर्ट व राज्यों की हाई कोर्ट की कालेजियम वाली व्यवस्था को भी उठाया जाएगा | उनका कहना है कि कोर्टों में भी कालेजियम सिस्टम को खत्म करके वहां भी आरक्षण वाली व्यवस्था लागू करनी चाहिए |
कालेजियम सिस्टम का मतलब होता है कि कोर्ट में जिन न्यायधीशों का जितना कोर्ट में अनुभव बढ़ता जाएगा उसी हिसाब से पदोन्नति भी होती रहेगी | हालांकि इस सिस्टम पर कई लोग ऐतराज जताते हैं और इसके खात्मे की मांग भी कर चुके हैं |
16% मराठा आरक्षण के बाद हो रही है रैली :
रैली का आयोजन 3 दिसंबर को दिल्ली में होगा और यह रैली ” आखिल भारतीय अनुसूचित जाति-जनजाति परिसंघ ” के बैनर तले होगी | इसमें भीड़ जुटाने के लिए बकायदा दिल्ली में कई जगह पोस्टर बैनर भी लगाए गए हैं |
आपको बता दें कि 29 दिसंबर को 16% मराठा आरक्षण बिल महाराष्ट्र विधनासभा में पास हुआ है जिसके बाद राज्य में आरक्षण की सीमा 52% से लंबी कूद के बाद 68% हो चुकी है |
लेकिन अब देखना यह होगा कि इस रैली का राजनीतिक मायना क्या निकलता है ?