‘सवर्ण भारत के नहीं बल्कि विदेशी हैं’- कांग्रेस या उदितराज देश में एक और बंटवारा करवाना चाहते हैं ?

नईदिल्ली : कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता उदितराज नें सवर्णों को विदेशी मूल का बताकर DNA जंचवाने की सलाह दे डाली।
अपने आप को दलित नेता कहने वाले कांग्रेस नेता उदितराज अपने आदतन ज़हरीले बयानों से देश में बंटवारा कराना चाहते हैं।
1947 में तो धर्म के कारण देश बंटा था लेकिन आज 21वीं सदी में जातियों के दो समूहों में घृणा फैलाकर जातियों में बंटवारे की तैयारी हैं।
इसका संबंध है सोशल मीडिया से उदितराज द्वारा लगातार फैलाए जा रहे जातिवादी विद्वेष। हाल में बात करें तो उन्होंने एक वीडियो के सहारे अब तथाकथित सवर्णों को विदेशी घोषित कर रहे हैं।
उदितराज नें कहा कि “इस वीडियो को गौर से देखिये, सुनिए भी कि खुद को ब्राम्हण बताने वाला यह शख्स इस बात का खुलेआम ऐलान कर रहा है कि इस देश के सवर्ण भारत के मूल निवासी नही हैं बल्कि विदेश से आये हैं।”

आगे कांग्रेस नेता नें देश में सवर्णों के DNA जांच की माँग भी कर डाली। उदितराज बोले कि “ऐसे में अगर हम DNA आधारित जनसंख्या रजिस्टर की बात कर रहे हैं तो गलत क्या है ?”

अब ऐसे में लगातार कई यूजर्स ये भी सवाल उठा रहे हैं कि व्यक्ति ‘व्यक्तिगत’ के अलावा पार्टी का हिस्सा भी है। और इससे बड़ी अचरज़ की चीज है कि उदितराज कांग्रेस के आधिकारिक प्रवक्ता भी हैं। तो ऐसे में ये सवाल उठते हैं कि ऐसे नेता का बयान व्यक्तिगत न होकर आधिकारिक तौर पर पार्टी का तो नहीं।

क्यों कि कांग्रेस के कुछ नेता पहले भी उदितराज के बयानों से नाखुश रहे हैं। इससे पहले ब्राह्मण समुदाय को लेकर जातिवादी टिप्पणी की थी तो पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव त्यागी नें कहा था कि ब्राह्मण होना कोई पाप नहीं है।

आपको पता होना चाहिए उदितराज एक शौकिया विवादों में रहे हैं इससे पहले उन्होंने विश्वकप 2019 में हारी भारतीय क्रिकेट टीम पर टिप्पणी की थी कि हार के लिए टीम के सवर्ण खिलाड़ी जिम्मेदार हैं। इसके अलावा धावक हिमा दास को लेकर भी जातिवादी टिप्पणी कर चुके हैं।

हालांकि देखना होगा कि कांग्रेस ऐसे देश बांटने वाले बयानों से अपने आप को अलग कर उदितराज के ख़िलाफ़ कोई कार्रवाई करती है या उदितराज ऐसे जहर फैलाते रहेंगे।