नईदिल्ली : भारत की आबादी पिछले 70 सालों में चार गुना अधिक हुई है और ऐसी ही बढ़ती जनसंख्या को यदि हम नहीं रोक पाए तो फिर इसे टाइम बम ही कहना उचित होगा |
आज 11 जुलाई है जब पूरा विश्व जनसंख्या दिवस मनाता है इसका उद्येश्य आबादी से जुड़ी हुई समस्या व परेशानियों को दुनिया को बताना, जागृत करना |
जहाँ एक तरह पूरी दुनिया भर में आबादी बढ़ रही है वहीं एशिया, अफ्रीका व यूरोप के देशों में लगातार कुपोषण, भुखमरी की समस्या उभर कर आई है |
#DidYouKnow: Over the last 25 years only 9 countries were able to reduce maternal deaths by at least 75%?
On #WorldPopulationDay we are calling on every country in every part of the world to #StandUp4HumanRights and end maternal deaths: https://t.co/NW32d4F6F9⁰#WPD2019 #ICPD25 pic.twitter.com/Tg8hlpLn8X
— UNFPA (@UNFPA) July 10, 2019
वहीं पड़ोसी देश पाकिस्तान की सबसे बड़ी अदालत यानी वहाँ की सुप्रीम कोर्ट नें इसी साल जनवरी 2019 में एक ऐतिहासिक फ़ैसले में कहा था कि “बढ़ती आबादी टाइम बम के जैसे है, और इसे रोकने के लिए 2 बच्चों की नीति लागू करनी चाहिए |”
बढ़ती जनसंख्या टाइम बम की तरह, 2 बच्चों की नीति तत्काल लागू हो: सुप्रीम कोर्टhttps://t.co/K4TSbcmZx4@PMOIndia @narendramodi @AmitShah @rajnathsingh @nitin_gadkari @nsitharaman @smritiirani @girirajsinghbjp @DrJitendraSingh @JPNadda @RSSorg @yogrishiramdev @SadhguruJV @SriSri
— Ashwini Upadhyay (@AshwiniBJP) June 21, 2019
2011 की जनगणना में पाकिस्तान 20 करोड़ से अधिक आबादी के साथ 5वें स्थान पर था |
वहीं भारत भी इस समस्या से जूझ रहा है क्योंकि भारत की आज़ादी के समय भारत में 33 करोड़ के आसपास जनसंख्या थी जोकि पिछले 70 सालों में सीधा 4 गुना बढ़ गई आज लगभग 130 करोड़ के आसपास पहुंच चुकी है |
हालाँकि इसे लेकर अब देश की सुप्रीम कोर्ट में चिंता जाहिर की जा चुकी है और इसके लिए सुप्रीमकोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता अश्वनी उपाध्याय समेत कई पार्टियों द्वारा याचिकाएं भी डाली जा चुकी हैं | और इन PIL में दावा किया गया है कि भारत 2022 में ही 150 करोड़ को पार कर जाएगी |